डीएमसीएच में महिला की मौत के बाद ग्रामीणों ने हॉस्पिटल मुख्य गेट पर शव के साथ कर रहें है हंगामा.
दुमका, शौरभ सिन्हा.
दुमका : सड़क दुर्घटना में घायल महिला रूपामनी देवी (26 वर्ष) की मौत के बाद गुरूवार को परिजनों ने शव को डीएमसीएच के मुख्य गेट के सामने रखकर जमकर हंगामा किया। ग्रामीण पुरूष हाथ में डंडा लिये तो महिलाएं हाथों में कचिया लेकर नारेबाजी कर रहे थे। परिजनों का आरोप है कि डाक्टरों की लापरवाही के कारण महिला की मौत हुई । परिजनों की माने तो बुधवार को 4 बजे उन्हें अस्पताल में एडमिट किया गया जबकि इलाज ब्रहस्पति बार 11 बजे से शुरू हुई। अत्यधिक रक्तस्त्राव के कारण रूपमणि की मौत हुई है। वही अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि महिला गंभीर रूप से घायल थी। उसे बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया गया था पर परिजन उसे लेकर नहीं गये और उसकी मौत हो गयी। समाचार लिखे जाने तक परिजन शव को डीएमसीएच के मुख्य द्वार के सामने रखकर चिकित्सकों एवं पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे।
जानकारी के मुताबिक बुधवार की शाम 4 बजे निश्चितपुर मोड़ में हुए दुर्घटना में बाइक पर सवार महिला रूपामनी देवी, उसका पति नंद किशोर राय और भतीजा 4 वर्षीय कमलेश राय गंभीर रूप से घायल हो गये। तीनों जामा थाना क्षेत्र के चिकनिया के रहनेवाले है। गंभीर रूप से घायल महिला और उसके पति को इलाज के लिए डीएमसीएच में भर्ती करवाया गया जबकि घायल बच्चे को इलाज के लिए डा तुषार ज्योति के क्लीनिक में भर्ती करवाया गया। महिला के दोनों पैरों में मल्टीपल इंज्यूरी हुआ था। परिजनों का आरोप है कि बुधवार की शाम 4 बजे से लेकर गुरूवार को दिन के 11 बजे तक डीएमसीएच के किसी भी चिकित्सक ने महिला को हाथ भी नहीं लगाया। सुबह 11 बजे से उसका इलाज शुरू किया गया और बताया गया कि जख्मों से अत्याधिक रक्तस्राव के कारण महिला की हालत नाजुक है। दिन के लगभग 1 बजे महिला की मौत हो गयी। परिजनों का यह भी कहना है कि महिला की मौत होने पर जब हो हंगामा शुरू हुआ तब ही उसके पति का भी इलाज शुरू किया गया।