पत्रकारिता पर हमला, स्वतंत्र भारत के इतिहास में अघोषित आपातकाल की शुरुआत.
Dumka, Shaurabh Sinha.
पाकुड़ : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् पाकुड़ इकाई द्वारा पत्रकार अर्नव गोस्वामी की असंवैधानिक रूप से हुई गिरफ्तारी के विरोध में शुक्रवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् पाकुड़ नगर इकाई के कार्यकर्ताओं द्वारा ऋतिक दुबे के नेतृत्व में प्रशासनिक निर्देश का पालन करते हुए तानाशाह महाराष्ट्र सरकार का पुतला दहन किया गया। दुबे ने कहा कि उद्धव ठाकरे सरकार के साथ महाराष्ट्र में एक बार फिर से फ़ांसीवाद जिंदा हो गया है और पत्रकार अर्णव गोस्वामी को बिना किसी वारंट के गिरफ्तार करने के लिए अपनी पुलिस को वो आदेश देते हैं। एबीवीपी महाराष्ट्र सरकार और उसकी पुलिस द्वारा प्रेस फ्रीडम की धांधली की निंदा करता है।
पुतला दहन के बाद महाविद्यालय अध्यक्ष बम भोला उपाध्याय ने अर्णव गोस्वामी के समर्थन में कहा कि जो लोग भारत को अघोषित आपातकाल के तहत होने की बात करते हैं, उनके पास आज की पेशकश के लिए मूक बधिरता है जब महाराष्ट्र में राजनीति के लिए प्रेस स्वतंत्रता को बंधक बना लिया गया था। लोकतंत्र का चौथा स्तंभ महाराष्ट्र में खतरे में है और हम लोकतांत्रिक मूल्यों को बनाए रखने के लिए खड़े हैं।
इस कार्यक्रम मे बम भोला उपाध्याय, रितिक दुबे, राजा शाह, पार्थ रक्षित, सुमित पांडे, गौतम सिंह, तन्मय पोद्दार, तन्मय कर्मकार, सानू राज, सुमन साव, दुलाल चंद्र दास, बिप्लब् साहा, सुमन कुमार, दीनानाथ भगत तथा अन्य कार्यकर्ताओं भाग लिया।