अफीम की खेती करने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई : उपायुक्त चतरा
वरीय संवाददाता चंद्रेश शर्मा
चतरा। समाहरणालय स्थित सभा कक्ष में उपायुक्त दिव्यांशु झा एवं पुलिस अधीक्षक ऋषव कुमार झा की अध्यक्षता में अफीम की अवैध खेती के रोकथाम को लेकर बैठक की गई। बैठक में उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक ने सभी अधिकारियों को आपस में समन्वय स्थापित कर वैसे लोगों को चिन्हित करने को कहा गया जो जिले में अफीम की खेती कर अपने आने वाली पीढ़ियों को नुकसान पहुंचाने का प्रयास कर रहे है। ऐसे लोगों को चिह्नित कर विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई करने की बात कही गई। साथ ही जमीन मालिक एवं अफीम की खेती दोनो के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने को कहा गया।उपायुक्त ने अगले 1 माह तक व्यापक रूप से अफीम की खेती से होने वाले नुकसान एवं इसे लेकर विभिन्न धाराओं के तहत होने वाले कार्यवाही से आम जनों को जागरूक करने का निर्देश दिया। जिससे वह अफीम जैसी नशीली पदार्थों की खेती से दूर रह सके। इसके लिए उन्होंने ग्राम सभा के माध्यम से एवं बैनर/ पोस्ट/ मीडिया के माध्यम से लोगों को जागरूक करने को कहा। वन प्रमंडल पदाधिकारी ने अफीम की खेती को फैलने से पूर्व हीं सभी को नष्ट करने हेतु टीम गठित कर योजनाबद्ध तरीके से इसे नष्ट करने की बात कही। साथ ही खेती को नष्ट करने में वन विभाग की टीम द्वारा हर संभव पुलिस प्रशासन को सहयोग करने की भी बात कही गई। उपायुक्त ने सभी रेंजर ऑफिसर को भी इस संबंध में निर्देशित करने को कहा। ताकि वन भूमि की जमीन पर किसी भी प्रकार की अफीम से संबंधित खेती पूर्णता प्रतिबंधित रखी जा सके। पुलिस अधीक्षक ऋषव कुमार झा ने अफीम की खेती की रोकथाम के लिए मीडिया से भी सहयोग करने की अपील की। अफीम की खेती से होने वाले नुकसान एवं अफीम की खेती करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की बातों को समाचार पत्रों/न्यूज़ चैनलों के माध्यम से अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करने को कहा गया। जिससे युवा पीढ़ी को इस प्रकार के नासिले पदार्थों से दूर रखा जा सके। इसके अलावे उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिले के संबंधित एनसीबी अधिकारी से भी अफीम तस्कर एवं अफीम की खेती करने वालों के विरुद्ध किए जाने वाले कार्रवाई एवं योजनाओं के बारे में जानकारी लिया।
संबंधित अधिकारीयों ने भी कई महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की। जिसके तहत जिले में अफीम की अवैध खेती पर पूर्णता विराम लगाया जा सके। बैठक में उपायुक्त द्वारा सभी पदाधिकारीयों को सक्रिय होकर अफीम की खेती के रोकथाम हेतु कार्रवाई करने को कहा गया। उन्होंने कहा कि अफीम की खेती हमारे लिए काफी हानिकारक है, इसका दुष्परिणाम हमारे आने वाले पीढ़ियों तक को भुगतना पड़ेगा। इसलिए जिला एवं पुलिस प्रशासन के साथ-साथ आम लोग भी साथ मिलकर इसके रोकथाम हेतु सहयोग करे। अपने आस पास में हो रहे अफीम की खेती के बारे में प्रशासन को अवश्य सूचित करें। जिससे जिले में इस प्रकार की खेती पर पुर्ण रूप से विराम लगाया जा सके। बैठक में मुख्य रूप से वन प्रमंडल पदाधिकारी विकास मीणा, उप विकास आयुक्त सुनील कुमार सिंह, निदेशक डीआरडीए, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, जेएसएलपीएस समेत अन्य सम्बंधित पदाधिकारी मौजूद थे।