खाकी से नफरत करने वाला पूर्व नक्सली अब सील रहा है पुलिस की वर्दी.
Team Drishti.
रांची : कभी घने जंगलों में तड़ तड़ गोलियों की आवाज गुंजती थी, और आसपास के ग्रामीण दहशत में अपनी जिंदगी गुजर बसर करने पर मजबूर थे। इतना ही नहीं , खाकी वर्दी देखकर गोली चलाते भी नहीं थकते थे। ऐसा ही एक कुख्यात नक्सली रहे कुंदन पहन के गिरोह का सबसे सक्रिय नक्सली राम पदों लोहरा शामिल था।
कई बार पुलिस के साथ मुठभेड़ भी किया और कई निर्देशों को उनकी गोलियों का निशाना भी बनना पड़ा। यह सिलसिला 2013 से पहले का है, जब रांची जिला के बुंडू तमाड़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में राम पदों लोहरा का तूती बोला करती थी। लेकिन समय के साथ सब कुछ बदलता है उसी तरह से राम पदों लोहरा भी बदल गया है।
जिनकी उंगलियां कभी मशीन गन के ट्रिगर पर हुआ करती थी, अब वही अंगुलिया सिलाई मशीन पर चलती है। राम पदों लोहरा, न्यू पुलिस लाइन में 2017 से लेकर अब तक लगातार पुलिस की वर्दी सील रहा है। इसी सिलाई के पैसे से अपना घर परिवार का भरण पोषण कर रहा है। राम पदों लोहरा ने तत्कालीन एसपी साकेत कुमार सिंह और तत्कालीन बुंडू एसडीपीओ नौशाद आलम के समक्ष आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा पर लौट आने की शपथ ली थी।
अब न सिर्फ पुलिस प्रशासन बल्कि समाज के लिए भी बेहतर काम कर रहे हैं।
रांची जिला, ग्रामीण एसपी नौशाद आलम बताते हैं कि पुलिस लाइन में मैंने इस बार अपनी पुलिस की वर्दी राम पदों लोहरा के हाथों से ही सिलाई करने को कपड़ा और नाप भी दे दिया है। उन तमाम भटके हुए युवाओं से अपील होगी कि रामपोदो लोहरा से प्रेरणा ले और मुख्यधारा पर लौट आए। सरकार की जो योजनाएं है उस योजनाओं का भरपूर लाभ मिलेगा, और उसको और उसके परिवार को सुरक्षा भी मिलेगी।