नेवी के जवान के अपहरण कर हत्या के मामले में फ़िरौती की बात गलत परिवार वालो ने नाकारा कहा कोई बड़ी साजिश की गयी है
सौरभ सिन्हा की रिपोर्ट
पलामू नेवी जवान सूरज कुमार दुबे के जिंदा जलाकर हत्या करने के मामले में परिजन बड़ी साजिश मान रहे हैं. परिवार वालो का कहना है की उनके कोई भी रैनशम मनी नहीं मांगी गई थी । सूरज कुमार के चाचा का यह भी आरोप है की थाना में जब वह FIR दर्ज करवाने गए तो थाना में उनके साथ अच्छा सलूक नहीं किया गया।
बल्कि उनके परिवार पर ही सूरज को घर मे छुपाने का गंभीर आरोप लगाया । सूरज के गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है और गांव वाले सूरज को शहीद का दर्जा देने की मांग कर रहे है । गौरतलब है की नेवी जवान सूरज कुमार दुबे को चेन्नई से अपहरण कर महाराष्ट्र के पालघर में जिंदा जला दिया गया था. सूरज पलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र के कोल्हुआ के रहने वाले थे. 30 जनवरी को ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए पलामू से निकले थे, उन्हें कोयंबटूर जाना था
लेकिन चेन्नई से ही वे लापता हो गए. शुक्रवार की रात सूरज महाराष्ट्र के पालघर में 90 प्रतिशत जले हुए पाए गए थे. घटना के बाद से सूरज के पैतृक गांव पलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र के कोल्हुआ गांव में मातम पसरा हुआ है. मुम्बई से 3.30 बजे फ्लाइट से शव रांची लाया जाएगा. जिसके बाद पैतृक घर आएगा. सोमवार को कोयल नदी के तट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.