रामायण पाठ से तनाव से पाएंगे राहत ,मानसिक रुप से होंगे मजबूत : सांसद प्रतिनिधि.
टंडवा :नकोविड 19 कोरोना वैश्विक महामारी की दूसरी लहर का कहर जो रूप बना रखा है, ऐसे में घर पर रहना वर्तमान समय की मांग है साथ ही सुरक्षित रहना सबकी जरूरत है। सरकार के निर्देशानुसार लॉक डॉन का पालन करते हुए प्रशासन की मदद करें। साथ ही घर पर धार्मिक ग्रन्थों के अनेक आपदा निवारण से संबंधित प्रसंग है उसका अध्ययन करें संकट आपदा में सहायक सिद्ध होगा। वही आपका युमिनीटी पावर बढ़ेगा। और आप मानसिक रूप से मजबूत होंगे। धार्मिक ग्रन्थों में रामायण, गीता, कुरान, बाइबिल आदि ऐसे ग्रन्थों में अनेक ऐसे प्रसंग हैं जो ये बताते हैं कि दुःख को रोकना तो कठिन है किन्तु उनका सामना करना आसान है।
रामायण पाठ से शक्ति, साहस, धैर्य और मनोबल के द्वारा जीवन की सभी आपदाओं, विपत्तियों और कष्टों का सामना किया जा सकता है। संकट आपदा के लिए ” श्री राम- कैकई संवाद”,” कौसल्या- भरत संवाद “, ” श्री राम – भरत संवाद”, ” सीता – त्रिजटा संवाद” आदि अनेक ऐसे प्रसंग हैं जिसका पाठ दुःख- आपदा की स्थिति को विवेक और धैर्य के साथ सहने और उसे सुख में बदलने में सहायक बनाता है। सांसद प्रतिनिधि ने विनम्र आग्रह है कि समय का सदुपयोग करते हुए पाठ करें, तनावमुक्त रहेंगे और यूमीनिटी पावर भी बढ़ेगा। आप हम सब के प्रयास से एक बार फिर ” कोरोना हारेगा भारत जीतेगा “।