राँची में बेड की कमी को लेकर संजय सेठ ने की केंद्रीय कोयला मंत्री से की बात.
राँची : राँची में कोरोना की विस्फोटक हो रही स्थिति और अस्पतालों में बेड की कमी को लेकर राँची से सांसद संजय सेठ ने केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी से बात की। श्री सेठ ने उनसे आग्रह किया कि राँची का खेलगांव जिसकी देखरेख सीसीएल के द्वारा की जा रही है, यहां पर्याप्त स्थान है। उन्होंने मंत्री को बताया कि सीसीएल यहाँ पर बेड, ऑक्सीजन सिलेंडर व अन्य आवश्यक संसाधन मुहैया करा सकता है। ऐसा करने से राँची की बड़ी आबादी को राहत भी मिलेगी और उनका समुचित उपचार भी हो सकेगा।
श्री सेठ ने कहा कि उक्त कार्य सीसीएल के सीएसआर व अन्य मद के माध्यम से किया जा सकता है। श्री प्रह्लाद जोशी ने उन्हें आश्वस्त किया कि इस मुद्दे पर वे शीघ्र ही सीएमडी से बात कर रहे हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय मंत्री ने सीसीएल के सीएमडी श्री पी. एम. प्रसाद को इस दिशा में कार्य करने का निर्देश दिया। सीसीएल के सीएमडी ने सांसद श्री सेठ से बात कर इस पर विस्तृत चर्चा की और कहा कि इसके लिए राज्य सरकार की सहमति आवश्यक होगी। सीएमडी से बात के बाद सांसद श्री सेठ ने तुरंत राज्य के स्वास्थ्य सचिव श्री के. के. सोन से बात किया और उनसे कहा कि सीसीएल और स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त तत्वाधान में खेलगांव में अविलम्ब आइसोलेशन सेंटर शुरू किया जाए, जहां ऑक्सीजन व अन्य संसाधन मुहैया कराए जाएं।
इस दौरान श्री सेठ ने स्पष्ट कहा कि जितनी जल्दी हो सके यह काम शुरू हो जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने सीएमडी को भी राज्य सरकार के साथ समन्वय बनाने को कहा। वहीं दूसरी तरफ श्री सेठ ने केंद्रीय रेल मंत्रालय से भी बात की और रांची रेलवे स्टेशन पर खड़े 200 बेड के आइसोलेशन कोच को रेलवे के द्वारा संचालित किए जाने का आग्रह किया ताकि राँची के नागरिकों की जान बचाई जा सके। उनका समुचित उपचार हो सके।
श्री सेठ ने कहा कि सीसीएल इस दिशा में सकारात्मक कार्य करे, ऐसा उन्होंने सीएमडी से कहा है। वहीं उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भी जितनी जल्दी इस दिशा में कदम बढ़ाएगी राँची के नागरिकों को उतनी ही जल्दी राहत मिलेगी और उपचार भी शुरू होगा। श्री सेठ ने कहा कि इस दिशा में राज्य सरकार को अविलंब पहल करना चाहिए। इसके अलावे हटिया रेलवे स्टेशन पर खड़े आइसोलेशन कोच के उपयोग की दिशा में भी त्वरित कार्रवाई की जानी चाहिए। वर्तमान समय में राँची के नागरिकों की जान बचाना सबसे प्राथमिकता वाला काम है और मुझे लगता है सरकार इस दिशा में गंभीरता से काम करेगी।