कांके डैम बचाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर 21 दिनों से जारी अनिश्चित कालीन धरना स्थगित.
Team Drishti.
रांची : आज कांके डैम बचाने और बारह गाँव के स्थानीय विस्थापित मछुआरों को रोजगार दिलाने के लिए पिछले 21 दिनों से जारी अनिश्चित कालीन धरना सह सत्याग्रह का समापन हो गया. इसके पहले झारखंड सरकार के मंत्री श्री मिथिलेश ठाकुर जी स्वयं धरना स्थल पर पहुँच कर आंदोलन पर बैठे लोगों से मिले और उनकी माँगों को गंभीरता से सुना. समिति के संरक्षक श्री अमृतेश पाठक ने मंत्री महोदय को बताया कि पिछले तीन साल से हम डैम की यथा स्थिति बहाल करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं जिसमें डैम की सीमा तय कर सुरक्षित करना, डैम तक पहुँचने वाले सभी नालों के सीधे प्रवेश पर रोक लगाना, स्थानीय मछुआरों को मछली पालन की स्थायी बंदोवस्ती, डैम को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना तथा स्थानीय लोगों,समाजसेवी और पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करने वाले लोगों को मिलाकर एक स्थायी समिति बनाकर डैम की देखभाल,साफ सफाई और सुरक्षा की जिम्मेदारी देना शामिल हैं.
सभी माँगों को गंभीरता से सुनने के बाद माननीय मंत्री ने सार्वजनिक रूप से सभी माँगों पर संबंधित विभाग के अलावा नगर विकास,नगर निगम समेत सबसे बात कर यथाशीघ्र समाधान निकालने का भरोसा दिलाया. मंत्री महोदय के बातों से जो संवेदनशीलता और गंभीरता झलकी उससे आश्वस्त होकर समिति ने तत्काल प्रभाव से धरना स्थगित कर दिया. मंत्री मिथिलेश ठाकुर के साथ नगर विकास, नगर निगम के अलावा हेहल सीओ भी शामिल हुए.
धरना को सफल बनाने में राष्ट्र निर्माण सेना के उपाध्यक्ष किशोर महापात्रा, प्रशांत पांडे, सियाराम सिंह, रमेश मुंडा, मंटू मुंडा, शिवा मुंडा, संतोष लोहरा, बिरसा मुंडा, आजू मुंडा, करन मुंडा, मनोज उरांव, कृष्णा पाहन, मनोज मुंडा, पिंटू मुंडा, छोटू मुंडा, सूरज उरांव, संजय उरांव, पंचु मुंडा, दीपू मुंडा, रौशन नायक, फेकली देवी, सीमा देवी, सीमा उरांव, पूनम देवी, परी मुंडा, आरती कुमारी, लक्ष्मी मुंडा, अनिता कुमारी समेत सैकड़ों लोग उपस्थित थे.