दुमका के इंडोर स्टेडियम में आदिवासियों का मिस एंड मिसेज़ वाहा का हुआ आयोजन.
दुमका, विकास कुमार.
दुमका : कोरोना जैसे भयंकर महामारी के भय से लोग घरों से निकलना ही लगभग छोड़ दिया था। महीनों तक लोग घरों में दुबके रहे थे। इस संकट काल काल का असर शहर से ज्यादा ग्रामीण पिछड़े इलाकों में पड़ा था, लेकिन इन्ही पिछड़े इलाकों में फैशन शो के जरिये एक मुस्कान दिखने को मिल रही है। अब बड़े शहरों की तरह दुमका में भी अब फैशन शो का प्रचलन इन आदिवासी इलाकों में नज़र आने लगा है। जहां गरीब आदिवासी महिला पुरुष स्टेज पर कैटवॉक कर अपने रूप का जलवा बिखेर रहे है।
झारखण्ड की उपराजधानी दुमका के इंडोर स्टेडियम में आयोजित आदिवासियों का मिस एंड मिसेस वाहा का आयोजन किया गया। फैशन शो के माध्यम से आदिवासी युवतियो ने कैटवॉक के जरिये अपने पारंपरिक पोशाक के साथ उनके संस्कृति की झलक दिखलाया। इस कार्यक्रम में
संथाल परगना के छह जिला दुमका, देवघर, गोड्डा साहेबगंज, जामताड़ा और पाकुड़ को शामिल किया गया था। वाहा फैशन शो के तहत चुने जाने वाली आदिवासी युवतियों के फाइनल सलेक्शन राजधानी रांची में होगा।
गौरतलब है कि आदिवासी महिलाये कामकाजी और गृहस्थ महिलाये मानी जाती है।
समय के साथ अब आदिवासी समाज के बीच बड़ी बदलाव भी देखने को मिल रहा है। अब बड़े शहरों की तरह इस क्षेत्र की आदिवासी महिलाये और युवतिया भी फैशन की दुनिया में अपना कदम रखना चाहती है। दुमका के इनडोर स्टेडियम में आयोजित मिस एंड मिसेज वाहा फैशन शो के सेकेंड ओडिशन के तहत दुमका के विधायक बसंत सोरेन और सिदो- कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय की कुलपति सोना झरिया मिंज मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि के रूप उपस्थित हुए।