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पर्यटन व मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजंत्री ने अधिकारियों को दिया आवश्यक दिशा-निर्देश.

Team Drishti.

देवघर : उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी श्री मंजूनाथ भजंत्री ने निर्माणाधीन पुनासी जलाशय योजना का निरीक्षण कर चल रहे कार्यों की वास्तुस्थिति से अवगत हुए। इस दौरान उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था व डैम में पानी की स्थिति के साथ-साथ बन रहे विंग वाॅल और डैम के गेट का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक व उचित दिशा-निर्देश दिया। निरीक्षण के क्रम में उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निदेशित किया कि टूरिस्ट हब के तौर पर भी इसका उपयोग किया जा सकता है। इस हेतु गेस्ट हाउस, पार्क, वाॅच टाॅवर का निर्माण करा कर पर्यटन को भी बढ़ावा दिया जा सकता है। साथ हीं आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था के साथ पर्यटकों हेतु वोटिंग की सुविधा शुरू करने हेतु संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।

मत्स्य पालन से जोड़ते हुए विस्थापित परिवारों को करें सशख्तः-उपायुक्त
पुनासी निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजंत्री ने केज कल्चर के माध्यम से हो रहे मत्स्य पालन कार्याें का जायजा लिया। साथ हीं वर्तमान में 65 परिवारों द्वारा 34 केज के माध्यम से मत्स्य पालन के कार्य को और भी वृहत करने का निदेश उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को दिया। इसके अलावे निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने ज्यादा से ज्यादा विस्थापित परिवारों को केज कल्चर से जोड़ने निदेश जिला मत्स्य पदाधिकारी को दिया, ताकि विस्थापित परिवारों को आत्मनिर्भर बनाते हुए उन्हें आय के मार्ग से जोड़ा जा सके। इसके अलावे उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को निदेशित किया कि मत्स्य पालन के क्षेत्र में जो भी सहयोग की आवश्यकता विस्थापित परिवारों को है उन्हें पूरा किया जाय। पुनासी डेम के माध्यम से मत्स्य विकास की प्रचुर संभावनाएं हैं। ऐसे में संबंधित विभाग तथा विस्थापित परिवारों की ओर से समेकित प्रयास की आवश्यकता है, ताकि मत्स्य पालन हेतु आधुनिक तकनीकों तथा पद्धतियों का समुचित उपयोग करते हुए अधिक से अधिक परिवारों को मत्स्य पालन हेतु प्रेरित किया जा सके।

डैम के निर्माण कार्य को गति देनेे की आवश्यकताः-उपायुक्त
निरीक्षण के पश्चात उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजंत्री द्वारा जानकारी दी गयी कि पुनासी जलाशय परियोजना के माध्यम से 113.5 एम0सी0एम0 जल संचयन की क्षमता है, जिसमें 14 एम0सी0एम0 पानी देवघर जिला को जलापूर्ति हेतु दी जायेगी। 99 एम0सी0एम0 पानी का उपयोग 60 हजार एकड़ में खरीब एवं रवि फसलो की सिंचाई हेतु की जायेगी। परियोजना के पूर्ण हो जाने के पश्चात देवघर जिला अंतर्गत देवघर, मोहनपुर व सारवां प्रखण्ड के साथ दुमका जिला के सरैयाहाट प्रखण्ड एवं बिहार राज्य के चांदन एवं कटोरिया को जल की आपूर्ति की जा सकेगी। इस दौरान उपायुक्त ने निर्माण कार्य में आ रही समस्याओं व कार्य में हो रही देरी को लेकर संबंधित कार्यपालक अभियंता को निदेशित किया कि विभाग को पत्राचार करते हुए उपायुक्त कार्यालय को अवगत करायें। साथ हीं पेयजलापूर्ति योजना को लेकर किये जाने वाले कार्यों की समीक्षा करते हुए कार्य में हो रही देरी व किये जाने वाले कार्यों की वास्तुस्थिति से अवगत हुए।

विस्थापितों के लिए बनाये गये काॅलोनी का उपायुक्त ने किया निरीक्षण
डैम निरीक्षण के पश्चात उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजंत्री ने पुनासी जलाशय परियोजना के विस्थापितों हेतु बनाये गये काॅलोनी का निरीक्षण कर वहां रह रहे लोगों से उनका हाल-चाल जाना। इस दौरान उन्होंने बनाये गये स्कूल, कम्यूनिटी हाॅल, मंदिर, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक शौचालय व स्नानागार, पेयजलापूर्ति हेतु चापाकल, कुआं एवं तालाब का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक व उचित दिशा-निर्देश दिया। इसके अलावे विस्थापित परिवारों के सदस्यों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुनने के पश्चात उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को सख्त निदेशित किया कि विस्थापितों को किसी प्रकार की समस्या न हो, इसका विशेष ध्यान रखे। साथ हीं समस्याओं के समाधान हेतु पुनासी में ही कैम्प का आयोजन करते हुए विस्थापित परिवारों के शिकायतों को समाधान करें। सबसे महत्वपूर्ण किसी भी योजना के तहत् विस्थापित परिवारों को प्राथमिकता के आधार पर रोजगार से जोड़ने का निर्देश उपायुक्त संबंधित अधिकारियों को दिया। साथ हीं विस्थापित परिवारों के सदस्यों को स्व रोजगार के साथ प्रशिक्षणकारी के माध्यम से जोड़ते हुए सशख्त करने का प्रयास करें।

निरीक्षण के क्रम में विभिन्न अधिकारी थे उपस्थित
इस दौरान उपरोक्त के अलावे प्रशिक्षु आईएएस श्री संदीप मीणा, अपर समाहर्ता श्री चन्द्र भूषण प्रसाद सिंह, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी श्री उमाशंकर प्रसाद, कार्यपालक अभियंता पुनासी जलाशय परियोजना जय प्रकाश चैधरी, जिला मत्स्य पदाधिकारी श्री प्रशांत कुमार दीपक, सहायक अभियंता, कनिय अभियंता व संबंधित विभाग के अधिकारी आदि उपस्थित थे।

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