कृषि मंत्री नें शिक्षा मंत्री के लिए किया ब्लड डोनेट.
बचपन में जिन की गोद में खेला अंतिम समय में उनके साथ नहीं हूं. उनका पार्थिव शरीर घर के आंगन में मेरी राहे तक रहा है और मैं यहां हजारों किलोमीटर दूर चेन्नई में शिक्षा मंत्री जगन्नाथ बाबू के जिंदगी को एक नई रोशनी कैसे मिले इसकी लड़ाई लड़ रहा हूं। ऐसा ही कुछ वाकया कृषि पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री श्री बादल के साथ हुआ है।
श्री बादल के दादाजी श्री मोहन लाल पत्रलेख जी का देहांत दिन के 11:00 बजे हो गया है, श्री बादल ने कहा कि मुझे अपने दादाजी के निधन कि जब जानकारी मिली उस वक्त मै झारखंड सरकार के शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो जी के लिए ब्लड डोनेट करने का काम कर रहा था। उन्होंने कहा कि यह संयोग है कि जगन्नाथ बाबू को बी पॉजिटिव ब्लड की आवश्यकता थी जिसे मैं खुद डोनेट कर रहा था, ईश्वर ने मेरे एक जन्म के आधार बनने वाले दादाजी को मुझसे छीना है तो वही ईश्वर मुझ पर इतनी कृपा जरूर करेंगे, कि भाई जैसे जगन्नाथ दादा को जल्द स्वस्थ कर हमारे बीच लाकर खड़ा कर दे।
श्री बादल शनिवार को चेन्नई पहुंचे हैं, जहां लगातार वह श्री जगन्नाथ महतो जी के इलाज में सुधार कैसे हो इसे लेकर झारखंड सरकार और तमिलनाडु सरकार के बीच समन्वय स्थापित करने का काम कर रहे हैं, श्री बादल देर रात दिल्ली पहुंचेंगे वहां से रांची और उसके बाद वह सारवा के लिए निकलेंगे।