परिवार एवं समाज को नशा मुक्त बनाने का सार्थक पहल : कार्तिका पिल्लै.
सिमडेगा : नशा मुक्त भारत के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित। जिला समाज कल्याण पदाधिकारी रेणु बाला की अध्यक्षता में नशामुक्त भारत अभियान से संबंधित एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन समाहरणालय सभागार में रविवार को किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला समाज कल्याण पदाधिकारी रेणु बाला ने कहा कि नशामुक्त भारत अभियान 15 अगस्त 2020 से देश के 272 जिलों में शुरू की गई है। जिसमें सिमडेगा जिला भी शामिल है। यह अभियान 31 मार्च 2021 तक चलाया जाएगा सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा अभियान का सभी जिलों में क्रियान्वयन सुनिश्चित कराया गया है।
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार के राज्य समन्वयक कार्तिका पिल्लै ने प्रशिक्षण शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि नशा मुक्त भारत अभियान परिवार एवं समाज को नशा मुक्त बनाने का एक सार्थक पहल है। जिसमें सभी तबके के लोगों के सहयोग की आवश्यकता है। उन्होने प्रशिक्षण प्रशिक्षण ले रहे जिले के मास्टर वोलेन्टियर को नशा मुक्त भारत अभियान से संबधित अन्य महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होने ड्रग, भांग, शराब, व्हाईटनर, हेरोईन इत्यादि मादक पदार्थों के दुष्परिणाम के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
कार्तिका ने कहा कि युवा पीढ़ी समाज के उत्थान में शराब सबसे बड़ा बाधक है ड्रग या शराब का सेवन एक मानसिक रोग है, जिसे ईलाज के माध्यम से ठीक किया जा सकता है। जिला स्तर पर सदर अस्पताल में 10 बेड का एक ड्रग एडिक्शन ट्रीटमेंट फैसिलिटी केन्द्र सरकार द्वारा खोला जायेगा। जहां ड्रग, शराब या नशीले पदार्थ का सेवन करने वालों का मुफ्त में चिकित्सीय ईलाज एवं परार्मश दिया जायेगा।
जिला समाज कल्याण पदाधिकारी रेनू बाला ने कहा कि मास्टर वोलेन्टियरों प्रशिक्षण का अमल जमीनी स्तर पर करायें। नशामुक्त परिवार एवं समाज बनाने की दिशा में दी जा रही जानकारियों को आम-जनों में प्रचार-प्रसार कर पहुंचाएं। शराब बेचने वाले परिवार को फूलो झानो योजना से जोड़ते हुए रोजगार से जोड़ने की बात कही। समाज को नशामुक्त समाज बनाने में अहम योगदान दें।प्रशिक्षण शिविर में स्वास्थ्य एवं शिक्षा विभाग के चयनित मास्टर वोलेन्टियर उपस्थित थे।
सिमडेगा, शम्भू कुमार सिंह