सरना धर्म कोड विधानसभा से पारित किए जाने का माकपा और सामाजिक कार्यकर्ता ने किया स्वागत.
लातेहार, मो०अरबाज.
चंदवा : लोकसभा प्रत्याशी सह माकपा के वरिष्ठ नेता अयुब खान, सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश कुमार उरांव ने एक प्रेस वक्तव्य जारी कर युपीए नेतृत्व वाली हेमंत सोरेन सरकार द्वारा विधानसभा के विशेष सत्र बुला कर सरना धर्म कोड को पारित किए जाने का स्वागत किया है, कहा कि आदिवासियों की आबादी करीब दस करोड़ है, इसके बाद भी वह समुदाय अपना सरना धर्म कोड के लिए मोहताज था, जनगणना प्रपत्र में इनके लिए कोई कॉलम नहीं थी, इन्हें अन्य धर्म में विलोपित कर दिया जाता था, इसकी मांग लंबे समय से हो रहा थी, सरकार इसे हरबार नकार देती थी।
इसको लेकर डा0 रामदयाल मुंडा समेत सरना धर्म मानने वाले लगातार आंदोलनरत थे, यह धर्म कोड उनके अस्तित्व से जुड़ा है, इनके धर्म कोड नहीं रहने से दलितों और आदिवासियों की पहचान खत्म हो रही थी,सरना धर्म कोड इनके पहचान कोड है, सरकार का यह कदम ऐतिहासिक के साथ साथ स्वागत योग्य कदम है, विधानसभा से सरना धर्म कोड पास होने से इस समुदाय को पहचान मिलेगा, केंद्र की भाजपा नेतृत्व वाली नरेंद्र मोदी सरकार को जनगणना प्रपत्र में सरना धर्म कोड को तत्काल शामिल करना चाहिए।